कौन हैं शरद भास्करन? NASA के चंद्र मिशन को कर रहे लीड, 52 साल बाद इतिहास रचने जा रहा अमेरिका…

52 साल के लंबे इंतजार के बाद अमेरिका ने चांद पर अपना मिशन भेज दिया है। अमेरिका ने 8 जनवरी को दुनिया के पहले प्राइवेट मून मिशन के तहत पेरेग्रीन लैंडर वन (peregrine lander one) का सफलता पूर्वक प्रक्षेपण किया। इस मिशन को एस्ट्रोबोटिक नामक कंपनी द्वारा विकसित किया गया है। पेरेग्रीन लैंडर पर नासा का सिर्फ यंत्र लगा है। यह यान अपने साथ कई वैज्ञानिक पेलोड के अलावा मानव अस्थियां भी लेकर गया है। इस मिशन का भारत से गहरा नाता है। मिशन को भारतवंशी वैज्ञानिक लीड कर रहे हैं। …

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रायपुर : राज्यपाल श्री विश्वभूषण हरिचंदन ने आदित्य एल-1 की उपलब्धि पर वैज्ञानिकों को दी बधाई…

राज्यपाल श्री विश्वभूषण हरिचंदन ने भारत की पहली सौर वेधशाला आदित्य-एल 1 के अपनी कक्षा तक पहुँचने पर वैज्ञानिकों सहित देशवासियों को बधाई दी है। राज्यपाल ने अपने सन्देश में कहा कि यह उपलब्धि हमारे वैज्ञानिकों के अथक समर्पण का परिणाम है। यह सफलता विकसित भारत की प्रतिभा को भी प्रदर्शित कर रही है। इसके बाद भारत, सूर्य का अध्ययन करने वाले दुनिया के शीर्ष देशों में शामिल हो गया है I

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अंतरिक्ष में फिर इतिहास रचने जा रहा हिन्दुस्तान, जानें- आदित्य-L1 के लिए क्यों बेहद खास आज की शाम?…

भारतीय अंतरिक्ष अनुसंधान संगठन (ISRO) के लिए आज का दिन बेहद खास है क्योंकि सूर्य का अध्ययन करने के लिए देश के पहले अंतरिक्ष-आधारित मिशन ‘आदित्य एल1’ यान धरती से करीब 15 लाख किलोमीटर की दूरी पर फाइनल ऑर्बिट में स्थापित होने जा रहा है। इसरो ने आदित्य-एल1 को अंतिम गंतव्य कक्षा में स्थापित करने की तैयारी कर ली है। आदित्य-एल1  करीब 400 करोड़ रुपये की लागत से निर्मित सैटेलाइट यान है, जिसका भार लगभग 1,500 किलोग्राम है। यह पृथ्वी से लगभग 15 लाख किलोमीटर दूर हेलो कक्षा में स्थापित…

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ब्लैक होल्स और उसके राज क्या हैं? जिन्हें खोजने निकला ISRO का यान, 2024 का पहला मिशन…

साल 2023 अंतरिक्ष मिशन के लिहाज से ऐतिहासिक रहा है। पिछले साल हमने चांद के दक्षिणी ध्रुव पर चंद्रयान-3 (Chandrayaan-3) को उतारकर तिरंगा लहराया और आदित्य-एल 1 (Aditya-L1) को लॉन्च करके सूर्य की तरफ कदम बढ़ाए। अब सवाल उठता है आगे क्या! 2024 के लिए भारतीय अंतरिक्ष एजेंसी इसरो (ISRO) ने साल के पहले ही दिन अंतरिक्ष में नए मिशन की शुरुआत कर दी है। इसरो ने XPoSAT नाम का ऐसा सैटेलाइट अंतरिक्ष में छोड़ा है जो ब्रह्मांड के ऐसे राज उगलेगा जो अभी तक पहेली हैं। इसरो के इस नए…

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चंद्रयान-3 के बाद ISRO ने फिर रचा इतिहास, XPoSat लॉन्च; खोलेगा ब्लैक होल के राज…

ISRO यानी भारतीय अंतरिक्ष अनुसंधान संगठन ने 2024 की धमाकेदार शुरुआत कर दी है। स्पेस एजेंसी ने पहले ही दिन सोमवार को एक्स-रे पोलरीमीटर सैटेलाइट (XPoSat) सफलतापूर्वक लॉन्च कर दिया है। ऐतिहासिक चंद्रयान-3 की तरह इस लॉन्चिंग का गवाह भी आंध्र प्रदेश का श्रीहरिकोटा बना। ब्लैक होल्स की स्टडी के मामले में यह उपलब्धि हासिल करने वाला भारत दुनिया का दूसरा देश बन गया है। XPoSat अंतरिक्ष की यात्रा कर ब्लैक होल जैसी खगोलीय रचनाओं के रहस्यों से पर्दा उठाएगा। अक्टूबर में गगनयान परीक्षण यान ‘डी1 मिशन’ की सफलता के…

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अब भारतीय वैज्ञानिकों ने लगाया अंतरिक्ष में X-Ray विस्फोट का पता, जानें क्या होगा असर…

चांद के दक्षिणी ध्रुव पर चंद्रयान-3 की लैंडिंग में सफल रहा भारत अब लगातार अंतरिक्ष की गुत्थियां सुलझाने में व्यस्त है। हाल ही में भारत के वैज्ञानिकों ने अंतरिक्ष में एक्स-रे विस्फोट की घटना का पता लगाया है। यह विस्फोट अल्‍ट्राहाई मैग्नेटिक फील्ड (मैग्नेटर) में हुआ। यह खगोलीय घटना इसरो के एस्ट्रोसैट अंतरिक्षयान ने कैद की है। इससे मैग्नेटर से संबंधित स्थितियों को समझने में सहायता मिल सकती है। केंद्रीय विज्ञान एवं प्रौद्योगिकी मंत्रालय के मुताबिक, मैग्नेटार ऐसे न्यूट्रॉन तारे हैं, जिनमें अल्‍ट्राहाई चुंबकीय क्षेत्र होता है। यह स्थलीय चुंबकीय…

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तो आपका कम्प्यूटर हो जाएगा कबाड़, माइक्रोसॉफ्ट बंद करने जा रहा ये विंडो ऑपरेटिंग सिस्टम सपोर्ट, कर लें चेक…

मशहूर टेक कंपनी माइक्रोसॉफ्ट कॉर्प ने घोषणा की है कि 14 अक्टूबर 2025 से विंडोज-10 ऑपरेटिंग सिस्टम का सपोर्ट बंद कर दिया जाएगा। कैनालिस रिसर्च के मुताबिक, अगर कंपनी इस तारीख से सपोर्ट सिस्टम बंद करती है तो दुनियाभर में करीब 24 करोड़ पर्सनल कम्प्यूटर (पीसी) कबाड़ बन जाएंगे। इसमें आपका भी पीसी शामिल हो सकता है। इतनी बड़ी संख्या में कम्प्यूटर के कबाड़ बन जाने से करीब 48 करोड़ किलो इलेक्ट्रॉनिक कचरा तैयार हो सकता है, जो 3.20 लाख कारों के बराबर है। कैनालिस ने चेतावनी दी कि यदि…

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अंतरिक्ष में ही सैटेलाइट भरवा सकेंगे ईंधन! खुलने जा रहा स्पेस गैस स्टेशन, जानें- कौन कर रहा ये कमाल?…

अमेरिकी टेक कंपनी ‘ऑर्बिट फैब’ अंतरिक्ष में गैस स्टेशन स्थापित करने की संकल्पना को साकार करने की दिशा में तेजी से कदम बढ़ा रही है।   कंपनी के कॉन्सेप्ट के मुताबिक पृथ्वी से दूर अंतरिक्ष की कक्षा में स्थापित सैटेलाइट में ईंधन भरने की प्रक्रिया को सरल और किफायती बनाना है। कंपनी का इरादा RAFTI (रैपिड अटैचेबल फ्लुइड ट्रांसफर इंटरफ़ेस) नामक एक मानकीकृत पोर्ट से सैटेलाइट्स में ईंधन भरना है। इसके तहत अंतरिक्ष में ईंधन भरने वाले शटल, ऑर्बिट गैस स्टेशन, या ईंधन भरने वाले टैंकर की स्थापना की जाएगी।…

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NASA रचने जा रहा इतिहास, चांद पर करेगा ऐसा काम जो नहीं पाया कोई; मिशन की पूरी डिटेल…

भारतीय अंतरिक्ष एजेंसी इसरो (ISRO Chandrayaan-3 mission) चंद्रयान-3 को चांद के दक्षिणी ध्रुव पर उतारकर इतिहास रच चुका है। इसरो ने दुनिया को बता दिया कि हम किसी से कम नहीं। अब अमेरिकी की अंतरिक्ष एजेंसी नासा 2024 में चांद पर उतरने की तैयारी कर रही है। 54 साल बाद अमेरिका चांद पर अपना यान भेजने जा रहा है। हालांकि यह मिशन पूरी तरह से प्राइवेट होगा। इसमें इंसानों की जगह मशीनरी को भेजा जाएगा। नासा के साथ इस मिशन पर अमेरिकी कंपनी एस्ट्रोबोटिक है। अंतरिक्ष यान को 24 दिसंबर के…

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नहीं प्रकाशित होगी ISRO चीफ सोमनाथ की आत्मकथा, जानें क्या था विवाद?…

भारतीय अंतरिक्ष अनुसंधान संगठन (ISRO) के पूर्व चीफ के सिवन को लेकर किए गए दावों पर विवाद होने के बाद इसरो के मौजूदा चीफ एस सोमनाथ ने अपनी आत्मकथा के प्रकाशन पर रोक लगा दी है। उन्होंने अपनी किताब में दावा किया था कि के सिवन ने उन्हें अंतरिक्ष एजेंसी का चीफ बनने से रोकने की कोशिश की थी। उन्होंने अपनी आत्मकथा ‘निलावु कुदिचा सिम्हांगल’ में कई आरोप लगाए थे। उनका यह भी कहना है कि बिना जरूरी टेस्ट के ही चंद्रयान 2 को लॉन्च कर दिया गया था और…

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