अमेरिका में कोरोना के जिस वैरिएंट की वजह से बढ़े केस, भारत में भी पांच मामले मिले…

अमेरिका में कोरोना वायरस के जिस एक्सबीबी.1.5 वैरिएंट की वजह से मामले बढ़ें हैं उससे संक्रमित पांच केस भारत में भी मिले हैं।

भारतीय सार्स-सीओवी-2 जीनोमिक्स संघ (INSACOG) की ओर से जारी आंकड़ों में यह जानकारी दी गई है।

इन्साकॉग की ओर से मंगलवार को जारी आंकड़ों के अनुसार, इन पांच मामलों में से तीन मामले गुजरात में और एक-एक कर्नाटक तथा राजस्थान में सामने आए हैं।

एक्सबीबी.1.5 वैरिएंट ओमीक्रोन के एक्सबीबी स्वरूप से ही संबंधित है।

अमेरिका में संक्रमण के 44 प्रतिशत मामले एक्सबीबी और एक्सबीबी.1.5 के हैं। इन्साकॉग ने अपने बुलेटिन में कहा है कि कोरोना वायरस का ओमिक्रॉन वैरिएंट और इससे उत्पन्न अन्य स्वरूप भारत में प्रमुखता से बने हुए हैं, जिसमें ‘एक्सबीबी’ प्रमुख है।

चीन समेत कई देशों में बढ़ें केस

बता दें कि पिछले कुछ हफ्तों में अमेरिका और चीन समेत कई देशों में कोरोना वायरस के मामलों में तेजी से उछाल देखने को मिला है।

खासकर लैटिन अमेरिका में कोरोना वायरस के मामलों में तेजी से उछाल देखने को मिला है। चीन में भी शंघाई और बीजिंग समेत कई शहरों में कोरोना पूरी तरह से फैल चुका है।

मीडिया रिपोर्ट के मुताबिक, चीन में कोरोना वायरस के लाखों की संख्या में नए मामले सामने आ रहे हैं। यही वजह है कि अमेरिका, ऑस्ट्रेलिया कनाडा और भारत समेत कई देशों ने चीनी यात्रियों पर कई तरह के प्रतिबंध लगा दिए हैं।

पाबंदियों से नाराज चीन ने दी धमकी

कोविड-19 मामलों में वृद्धि के मद्देनजर भारत समेत विभिन्न देशों द्वारा चीनी यात्रियों पर पाबंदी लगाए जाने से नाराज चीन ने मंगलवार को कहा कि ये प्रतिबंध भेदभावपूर्ण हैं। साथ ही उसने जवाबी कदम उठाने की चेतावनी दी।

अमेरिका, ऑस्ट्रेलिया, कनाडा, भारत, इजराइल, मलेशिया, मोरक्को, कतर, दक्षिण कोरिया, ताइवान, जापान और यूरोपीय संघ के कई देशों ने अपने विमानों में सवार होने से पहले  चीनी यात्रियों को कोविड-19 जांच रिपोर्ट दिखाने का निर्देश दिया है।  जबकि बड़ी संख्या में चीनी पर्यटकों यात्रियों को आकर्षित करने वाले देश मोरक्को ने भी चीनी यात्रियों के देश में प्रवेश पर भी प्रतिबंध लगा दिया है।

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