चुटकियों में ट्रांसफर होगा WhatsApp Data, बस स्कैन करना होगा QR code…

WhatsApp जल्द ही अपने यूजर्स को QR code के जरिए एक डिवाइस से दूसरे डिवाइस में डेटा ट्रांसफर करने की सुविधा दे सकता है।

वॉट्सऐप के नए फीचर ट्रैक करने वाली वेबसाइट WaBetaInfo की एक रिपोर्ट के अनुसार, यह फीचर उन लोगों के लिए एक बेहद सुविधाजनक साबित होगा, जो चैट हिस्ट्री को गूगल ड्राइव पर अपनी चैट और मीडिया का बैकअप लिए बिना एक नए एंड्रॉइड फोन में ट्रांसफर करना चाहते हैं।

क्यूआर कोड के माध्यम से डेटा ट्रांसफर करने की सुविधआ माइग्रेशन प्रोसेस को अधिक सुव्यवस्थित और तेज बनाएगी।

रिपोर्ट के अनुसार, फिलहाल इस फीचर पर काम किया जा रहा है और इसे कब तक रोल आउट किया जाएगा, इस बारे में अभी कोई जानकारी सामने नहीं आई है।

कैसे काम करेगा वॉट्सऐप का नया फीचर?
फीचर कैसे काम कर सकता है, इसका एक स्क्रीनशॉट शेयर करते हुए, WaBetaInfo की रिपोर्ट कहती है कि डेटा माइग्रेशन प्रोसेस वॉट्सऐप को एक नए एंड्रॉइड डिवाइस पर डाउनलोड करने से शुरू होती है।

नए फीचर के साथ, यूजर्स को अपने पुराने डिवाइस से अपने नए स्मार्टफोन पर क्यूआर कोड को स्कैन करना होगा। यह फीचर आपके कंप्यूटर पर ऐप डाउनलोड किए बिना वॉट्सऐप वेब का उपयोग करने की वर्तमान क्षमता के समान प्रतीत होती है।

वॉट्सऐप ने रोलआउट किया प्रॉक्सी सपोर्ट
इस हफ्ते की शुरुआत में, इंस्टेंट मैसेजिंग ऐप ने पूरी दुनिया में अपने यूजर्स के लिए प्रॉक्सी सपोर्ट रोल आउट किया था।

इस नए सपोर्ट के साथ, यूजर्स उन स्थितियों में स्वतंत्र रूप से संवाद कर सकेंगे जब इंटरनेट ब्लॉक हो।

प्रॉक्सी सपोर्ट की घोषणा करते हुए, वॉट्सऐप ने कहा, “हमें इस बात का ध्यान है कि जिस तरह हमने निजी टेक्स्ट या कॉल के माध्यम से 2023 की शुरुआत का जश्न मनाया है, ऐसे कई लोग हैं जो इंटरनेट शटडाउन के कारण अपने प्रियजनों तक पहुंचने की क्षमता से वंचित हैं। मदद करने के लिए, आज हम दुनिया भर के वॉट्सऐप उपयोगकर्ताओं के लिए प्रॉक्सी सपोर्ट शुरू कर रहे हैं। इसका मतलब यह है कि अगर लोगों का इंटरनेट कनेक्शन किसी कारण से ब्लॉक या बाधित हो जाता है तो हम वॉट्सऐप तक पहुंच बनाए रखने के लिए लोगों के हाथों में पावर दे रहे हैं।”

वॉट्सऐप का कहना है कि प्रॉक्सी के माध्यम से जुड़ने से उसी स्तर की प्राइवेसी और सिक्योरिटी मिलेगी, जो वर्तमान में सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म प्रदान करता है। प्रॉक्सी का उपयोग करने पर भी यूजर्स के पर्सनल मैसेज अभी भी एंड-टू-एंड एन्क्रिप्शन द्वारा सुरक्षित रहेंगे।

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