53 करोड़ गबन और 80 करोड़ की धोखाधड़ी का है आरोप,शहर में बेधड़क घूमते हैं आरोपी, कोठारी बंधुओं को पकड़ने आई कोलकाता पुलिस खली हाथ लौटी…

दुर्ग के कोठारी बंधुओं को पकड़ने के लिए पिछले कई सालों से कोलकाता पुलिस दुर्ग आ रही है और बैरंग लौट जा रही है।

54 करोड़ रुपए की धोखाधड़ी के इन आरोपियों को पकड़ने के लिए कोलकाता पुलिस रविवार को 5वीं बार पहुंची।

दुर्ग कोतवाली और पद्मनाभपुर पुलिस से सहयोग लेकर श्रीपाल कोठारी, सुरेश कोठारी और सिद्धार्थ कोठारी को गिरफ्तार करने आई थी।

लेकिन दुर्ग पुलिस की ओर से कोठारी बंधुओं के मकान के सामने फोटो खींचकर, पंचनामा बनवाकर कोलकाता पुलिस को वापस रवाना कर दिया गया।

भास्कर की पड़ताल में पता चला की सुरजीत घोष और दवाशीष, सहित कोलकाता पुलिस के चार जवान रविवार सुबह दुर्ग पहुंचे थे। वे लोग दुर्ग रेलवे स्टेशन के सामने स्थित इंडियन कॉफी हाउस के कमरा नंबर 213 में ठहरे।

फिर यहां से ऑटो पकड़कर दुर्ग कोतवाली थाने पहुंचे। वहां से उन्हें पद्मनाभपुर चौकी भेजा गया। पद्मनाभपुर पुलिस के साथ कोलकाता पुलिस श्रीपाल, सुरेश और सिद्धार्थ कोठारी के घर पहुंची।

लेकिन पुलिस को अंदर भी नहीं जाने दिया गया। कोलकाता पुलिस ने आधिकारिक तौर पर कोई बयान नहीं दिया, लेकिन इतना जरूर कहा कि उन्हें सहयोग नहीं मिल रहा है।

उन लोगों ने कोठारी के मकान के सामने का फोटो खींचा और पंचनामा बनाकर वहां से चली आई। रविवार रात की ट्रेन से कोलकाता पुलिस बैरंग वापस लौट गई।

जमानत खारिज होने के बाद भी नहीं हो रही गिरफ्तारी
कोठारी बंधुओं की धोखाधड़ी मामले में जमानत खारिज हो चुकी है। उनके खिलाफ 53 करोड़ से अधिक के गबन के मामले में कोलकाता के बुर्ताल्ला थाने में धारा 420, 467, 468, 471, 406, 120बी के तहत अपराध दर्ज है।

शिकायतकर्ता के वकील ने आरोप लगाया है कि दुर्ग पुलिस इन आरोपियों को पकड़ने में कोलकाता पुलिस की मदद नहीं कर रही है।

कोलकाता निवासी प्रकाश जायसवाल ने बताया कि रजत बिल्डकॉन इंडिया प्राइवेट लिमिटेड नाम की कंपनी दुर्ग जिले में जमीन का काम करती है। इस कंपनी ने अपने 40 हजार शेयर 2005-06 में प्रकाश जायसवाल को बेचे थे।

इन सभी शेयर्स को 2012-13 में सुरेश कोठारी ने धोखाधड़ी करके अपने चचेरे भाई सीए श्रीपाल कोठारी और सिद्धार्थ कोठारी की मदद से अपने नाम पर चढ़वा लिया था।

इन शेयर्स की वर्तमान कीमत 53 करोड़ 44 लाख 19 हजार 230 रुपए है। जब प्रकाश जायसवाल को इसके बारे में पता चला तो उसने इसकी शिकायत बुर्ताल्ला थाने में की।

पुलिस ने 2 जनवरी 2021 को सुरेश कोठारी, सिद्धार्थ कोठारी और सीए श्रीपाल कोठारी के खिलाफ धोखाधड़ी का मामला दर्ज किया।

तीनों आरोपी पदमनाभपुर दुर्ग के निवासी हैं। कोलकाता पुलिस पांच बार इन आरोपियों को गिरफ्तार करने दुर्ग आ चुकी है।

दुर्ग में दर्ज है 80 करोड़ रुपए की ठगी का मामला
इन तीनों आरोपियों के खिलाफ दुर्ग के रजत सुराना ने भी 80 करोड़ रुपए की धोखाधड़ी का मामला दर्ज कराया है। दुर्ग पुलिस ने तीनों के खिलाफ 25 जनवरी 2023 को ठगी का मामला दर्ज किया है।

आरोपी खुलेआम दुर्ग शहर में घूम रहे हैं। राजनीतिक संरक्षण प्राप्त होने से दुर्ग पुलिस उन्हें गिरफ्तार नहीं कर रही है।

रजत सुराना का कहना है कि दुर्ग पुलिस तो मामला भी नहीं दर्ज कर रही थी।

जब उन्होंने जिला न्यायालय में परिवाद लगाया और वहां से एफआईआर दर्ज करने का आदेश हुआ तब जाकर दुर्ग कोतवाली पुलिस ने मामला दर्ज किया।

अब मामला दर्ज करने के बाद वो आरोपियों को गिरफ्तार नहीं कर रही हैं और न ही कोलकाता पुलिस को पकड़ने दे रही है।

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