Turkey Syria Earthquake: अबतक 1,621 लोगों की मौत, भारत ने बढ़ाये मदद के लिए हाथ

Turkey Syria Earthquake Latest Update News: अंकारा/दमिश्क. रिक्टर पैमाने पर 7.8 की तीव्रता वाले भूकंप के बाद तुर्की और सीरिया में 1,621 से अधिक लोग मारे गए और लगभग 5,000 अन्य घायल हो गए। इस बीच जानकारी है कि एक और भूकंप ने तुर्की को हिला दिया है। तुर्की के AFAP आपातकालीन प्राधिकरण और अमेरिकी भूवैज्ञानिक सेवा ने दक्षिण-पूर्व तुर्की में 7.5 तीव्रता के नए भूकंप के बारे में सूचना दी है। भूकंप दोपहर 1:24 बजे एकिनोजू शहर से चार किमी दूर दक्षिण पूर्व में आया है। अधिकारियों ने यह जानकारी दी है। तुर्की के उप-राष्ट्रपति फुअत ओकटे ने कहा कि मरने वालों की संख्या अब बढ़कर 912 हो गई है।

भूकंप से 2818 इमारतें जमींदोज हो गईं. मलबे के भीतर से अब तक 2470 लोगों को बचाया गया है. लेकिन अभी भी हजारों लोग मलबे में फंसे हुए हैं. बड़े पैमाने पर बचाव एवं राहत अभियान जारी है।

समाचार एजेंसी एपी की रिपोर्ट के मुताबिक, सोमवार तड़के आए भूकंप के लगभग 12 घंटे बाद शाम को तुर्की में भूकंप के एक और झटके से लोग दहल गए। तुर्की के राष्ट्रपति रेचेप तैय्यप अर्दोगन ने भूकंप के मद्देनजर आपात बैठक की, जिसमें भूकंप पीड़ितों के लिए हरसंभव मदद की पेशकश की है।

इस मुश्किल घड़ी में भारत ने तुर्की को हर संभव मदद की पेशकश की है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने तुर्की में आए विनाशकारी भूकंप में जान-माल के भारी नुकसान पर शोक व्यक्त किया है और कहा है कि भारत तुर्की के लोगों के साथ एकजुटता से खड़ा है। विदेश मंत्री एस जयशंकर ने भी तुर्की में इस तबाही पर शोक जताया है। उन्होंने ट्वीट किया, ‘तुर्की में आए भूकंप में जान-माल की क्षति से काफी दुखी हूं। तुर्की के विदेश मंत्री को अवगत करा दिया गया है कि इस कठिन समय में हमारी संवेदना और समर्थन तुर्की के साथ हैं।’

प्रधानमंत्री कार्यालय की तरफ से जारी एक बयान में कहा गया कि पीएम मोदी के निर्देश पर तुर्की को तत्काल मदद भेजने के लिए पीएम के मुख्य सचिव पीके मिश्रा ने अहम बैठक बुलाई। बैठक में फैसला लिया गया कि तुर्की को जल्द से जल्द राहत सामग्री भेजी जाएगी। NDRF की दो टीमें तुर्की रवाना होंगी जिसमें विशेष डॉग स्कॉड सहित 100 जवान शामिल होंगे। दक्ष डॉक्टरों और पेरामेडिक्स की एक मेडिकल टीम भी तुर्की रवाना होने के लिए तैयार है।

भूकंप में तुर्की का अस्पताल ढहा

इस भीषण भूकंप में तुर्की का एक अस्पताल ताश के पत्तों की तरह ढह गया, जिसमें नवजात सहित कई लोगों को बचाया गया. शहर अडाना में एक शख्स ने बताया कि उनके घर के पास की इमारत एक झटके में जमींदोज हो गई।

छात्र मुहम्मेत फतिह यावुस ने बताया कि उसे मलबे के ढेर से एक शख्स की आवाज सुनाई दी, जो मदद की गुहार लगा रहा था. तुर्की के दियारबाकिर में जगह-जगह क्रेनें देखी जा सकती हैं। यहां बचाव कार्य जोरों पर चल रहा है। पीएम मोदी के आदेश पर भारत तुर्की को तुरंत मदद भेज रहा है। भारत ने NDRF की रेस्क्यू टीम, मेडिकल टीम और दवाईयां तुरंत तुर्की भेजने का ऐलान किया है।

भूकंप को लेकर तुर्की के राष्ट्रपति रेचेप तैय्यप एर्दोगन के एक ट्वीट के जवाब में पीएम मोदी ने ट्वीट किया, ‘तुर्की में भूकंप के कारण जान-माल के नुकसान से दुखी हूं। शोक संतप्त परिवारों के प्रति मेरी संवेदनाएं हैं। आशा करता हूं कि घायलों की सेहत में जल्द सुधार आए। भारत तुर्की के लोगों के साथ एकजुटता से खड़ा है और इस त्रासदी से निपटने के लिए हर संभव मदद देने के लिए तैयार है।’

इस बीच, सीरियाई स्वास्थ्य मंत्रालय ने कहा कि अलेप्पो, हमा, टार्टस और लताकिया के क्षेत्रों से अब तक 467 लोगों के हताहत होने की सूचना है। तुर्की में घायलों की संख्या 2,323 है, जबकि सीरिया ने 639 की सूचना दी है। तुर्की के शहर गाजियांटेप के पास 17.9 किमी की गहराई में सुबह 4.17 बजे आए शक्तिशाली भूकंप के झटके लेबनान और साइप्रस में भी महसूस किए गए। मीडिया को दिए एक बयान में, तुर्की के आंतरिक मंत्री सुलेमोन सोयलू ने कहा कि गाजि़यांटेप, कहारनमारस, हटे, उस्मानिया, आदियामन, मालट्या, सनलीउर्फा, अदाना, दियारबाकिर और किलिस के 10 शहर प्रभावित हुए हैं। मंत्री ने कहा कि गजियांटेप के उत्तर-पूर्व में मालट्या प्रांत में कम से कम 23 लोग मारे गए, पूर्व में सान्लिउर्फा में 17 लोगों की मौत हुई।

बढ़ रही मरने वालों की संख्या

समाचार एजेंसी शिन्हुआ की रिपोर्ट के अनुसार, सीरिया के उप स्वास्थ्य मंत्री अहमद दामिरियाह ने कहा कि प्रभावित क्षेत्रों को उपलब्ध कराने के लिए सामान्य आपातकालीन योजनाओं को लागू किया गया है और निजी अस्पतालों से कहा गया है कि वो घायलों का इलाज करें। परिवहन मंत्रालय ने एहतियात के रूप में रेलवे नेटवर्क के पुलों और पटरियों के निरीक्षण तक रेल यातायात को निलंबित करने की घोषणा की है। दोनों पड़ोसी देशों के अधिकारियों को मरने वालों की संख्या में वृद्धि की आशंका है। कई इमारतें ढह गई हैं और मलबे के ढेर के नीचे बचे लोगों की तलाश के लिए बचाव दलों को तैनात किया गया है।

हर 10वें मिनट मिल रहा एक शव

शिन्हुआ ने तुर्की के डिजास्टर एंड इमरजेंसी मैनेजमेंट अथॉरिटी के हवाले से बताया कि शुरुआती भूकंप के बाद सुबह 4.26 बजे रिक्टर पैमाने पर 6.4 तीव्रता का एक और भूकंप आया। एएफएडी ने कहा कि कम से कम 50 झटके दर्ज किए गए। अल जजीरा की रिपोर्ट के मुताबिक सीरिया में लगातार शवों के मिलने का सिलसिला जारी है। हर दसवें मिनट पर एक शव बरामद हो रहे हैं। दर्जनों लोगों के फंसे होने की आशंका है। स्थानीय अस्पताल पूरी तरह से भर गए हैं।

तुर्की में भूंकप का पुरान इतिहास रहा है। पिछले 24 वर्षों में आए भूकंपों की वजह से तुर्की में 18 हजार से ज्यादा लोगों की मौत हो चुकी है। जब भी 7 रिक्टर के ऊपर भूंकप आया भारी तबाही आई। तुर्की में आज आए भूंकप की तीव्रता 7।8 थी। इससे पहले 1939 में इतनी तीव्रता का भूंकप आया था। उसमें 32,700 से ज्यादा लोग मारे गए थे।

1999 में 17 हजार से ज्यादा लोग मारे गए

1999 के 17 अगस्त को आए भूंकप में 17 हजार से ज्यादा लोग मारे गए थे। उससे पहले 23 जुलाई 1784 को एरजिनकान में इसी पैमाने का भूकंप आया था। जिसमें 5 से 10 हजार लोगों के मारे जाने का अनुमान है। 1900 से पहले तुर्की में भूकंपों की वजह से 6 लाख से ज्यादा मौतें हुई थीं। 1900 से 1999 तक करीब 70 हजार मौतें। 2000 से अब तक आए भूंकप में करीब 1000 मौतें हुई हैं।

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