क्यों खास होता है ‘मन की बात’? प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के इस अनोखे कार्यक्रम के रोचक किस्से…

30 अप्रैल को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी 100वीं बार मन की बात कार्यक्रम के जरिए देशवासियों से एक बार फिर जुड़ेंगे।

मन की बात कार्यक्रम के 100वें एपिसोड को यादगार बनाने के लिए खास तैयारी की जा रही है। यूएन के हेडक्वार्टर से भी इस एपिसोड का लाइव प्रसारण किया जाना है।

पीएम नरेंद्र मोदी मन की बात कार्यक्रम के जरिए भारत के अरबों लोगों से जुड़ते हैं। राजनीति से अलग हटकर ये कार्यक्रम जनभावनाओं से प्रेरित होता है।

इस कार्यक्रम में अभी तक देश के कई अविस्मरणीय किस्से साझा हुए हैं। आम लोगों को अपने कार्यों के लिए देश-दुनिया में पहचान मिली।

चाहे वह वह स्वच्छ भारत मिशन हो या महिलाओं और छोटे बच्चों का सशक्तिकरण। मन की बात के एपिसोड क्षेत्रीय, भाषाई और भौगोलिक बाधाओं को पार करते हुए धर्मनिरपेक्ष अभ्यास के रूप में उभरा है। 

पीएम नरेंद्र मोदी मन की बात कार्यक्रम के जरिए आम लोगों से सीधा जुड़ते हैं। यह कार्यक्रम मिशन के उद्देश्य और उपलब्धियों पर विचार करने का क्षण है।

इस पूरी कवायद में जो बात सामने आई वह यह है कि किस तरह देश के अधिकांश लोग पीएम मोदी से सीधा संवाद करते हैं। अपने कामों से देश में छाप छोड़ने वाले लोग अपने अनुभव साझा करते हैं।

नए भारत के विचार के निर्माण में योगदान देते हैं। अपना संदेश सिर्फ देश ही नहीं पूरी दुनिया में प्रसारित करते हैं। 

गैर राजनीतिक कवायद
यह कार्यक्रम अभी तक पूरी तरह से गैर-राजनीतिक कवायद रही है, जिसमें लगातार उन मुद्दों और चुनौतियों पर चर्चा की जाती है जिनका देश हर दिन सामना करता है और कैसे इसके नागरिकों को राष्ट्र निर्माण में समान भूमिका निभानी है।

हर स्तर पर मन की बात ने सकारात्मकता की भावना के माध्यम से परिवर्तनकारी भूमिका निभाकर मिथकों को तोड़ दिया है, नकारात्मक लोगों को चुप करा दिया है।

प्रमुख मिशन
चाहे वह स्वच्छ भारत मिशन हो या महिलाओं और छोटे बच्चों का सशक्तिकरण। मन की बात के एपिसोड क्षेत्रीय, भाषाई और भौगोलिक बाधाओं को पार करते हुए राजनीति से रहित वास्तव में धर्मनिरपेक्ष अभ्यास के रूप में उभरे।

इस कार्यक्रम की सबसे खास और रोचक बात यह रही है कि यह देश के अरबों से अधिक नागरिकों के बीच संचार के बेहद लोकप्रिय और सस्ते माध्यम यानी रेडियो के माध्यम से जुड़ने वाला कार्यक्रम है। संचार के इस बेहद पुराने माध्यम से लोग अपने प्रधान मंत्री के साथ सीधा संवाद करते हैं। 

प्रधान मंत्री मोदी के मन की बात की अन्य प्रमुख बात यह है कि इसमें ऐसे लोगों को हाइलाइट किया गया है जो देश और दुनिया के सामने कभी सामने नहीं आए। उनके योगदान पर प्रकाश डाला जाता है, जिससे उनके उल्लेखनीय कार्य देश-दुनिया के सामने आते हैं। 

इन्हें मिली लाइमलाइट
कार्यक्रम से लाइमलाइट में आई महिलाओं के कई उदाहरण हैं, जिन्होंने मन की बात कार्यक्रम के जरिए अपने कार्यों से दुनिया को संदेश दिया।

इसमें सुरेखा यादव जो देश की पहली महिला लोकोमोटिव ड्राइवर हैं। कश्मीर की नन्ही जन्नत या कोविड फ्रंटलाइन वर्कर पूनम नौटियाल, जिन्होंने कोरोना काल में उल्लेखनीय कार्य किया। मन की बात कार्यक्रम के जरिए दुनिया ने इन्हें पहचाना।

कोरोना काल 
कोरोना काल के दौरान जब, देश में महामारी के चरम के दौरान, प्रधान मंत्री ने मन की बात के एपिसोड में कोरोना योद्धाओं की भूमिका को स्पष्ट किया।

उनका नाम लेकर पीएम मोदी ने देशवासियों से उन्हें सम्मानित करने की अपील की। देश के नागरिकों को वैक्सीन के विकास के चरणों से अवगत कराया।

कोरोना काल में देश के नागरिकों को अपने कर्तव्यों के बारे में बताया। सबसे महत्वपूर्ण बात कि इस दौरान पीएम मोदी देशवासियों से धैर्य रखने और वायरस से लड़ने के लिए लगातार जागरुक करते रहे। 

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