हम दहशतगर्दों से बात नहीं कर सकते, बिलावल भुट्टो ने विदेश मंत्री जयशंकर से सीख लेकर इमरान खान पर बोला हमला…

पाकिस्तान के विदेश मंत्री बिलावल भुट्टो-जरदारी ने शनिवार को पूर्व प्रधानमंत्री और पाकिस्तान तहरीक-ए इंसाफ के अध्यक्ष इमरान खान की गिरफ्तारी के बाद शुरू हुए विरोध प्रदर्शनों में हिंसा और तोड़फोड़ की घटनाओं पर टिप्पणी करते हुए उनकी पार्टी को “राजनीतिक आतंकवादी” करार दिया और पूछा कि पाकिस्तान तहरीक-ए-इंसाफ (पीटीआई) के साथ बातचीत कैसे की जा सकती है। 

पाकिस्तान के मशहूर अखबार ‘डॉन’ के मुताबिक, उन्होंने कहा, “हमने हमेशा बातचीत का समर्थन किया है और यहां तक ​​कि अपने सहयोगियों को भी इसके लिए मना लिया है लेकिन [अब], हम आतंकवादियों के साथ कैसे बातचीत कर सकते हैं? हम केवल उन लोगों के साथ बातचीत कर सकते हैं, जो आतंकवाद की निंदा करते हैं और खुद को इन राजनीतिक आतंकवादियों से अलग करते हैं।”

बिलावल भुट्टो ने “जरूरत से ज्यादा राजनीतिक बनने” के लिए न्यायपालिका की भी आलोचना की। शनिवार को आयोजित एक रैली में – जहां उन्होंने कई मामलों में पीटीआई प्रमुख इमरान खान को दी गई जमानत की निंदा की- बिलावल ने कहा, “जब हम लोकतंत्र बहाल करते हैं, तो न्यायपालिका जरूरत से ज्यादा राजनीतिक हो जाती है और जब तानाशाही होती है, तो वो चुप रहती है। अब एक बार फिर हमारी न्यायपालिका जरूरत से ज्यादा राजनीतिक होती जा रही है।”

बिलावल ने न्यायपालिका से राजनीतिक मुद्दों में हस्तक्षेप नहीं करने का अनुरोध किया और कहा कि न्यायपालिका हो या इस्टैबलिशमेंट, “किसी को भी पार्टी का टाइगर फोर्स बनने की अनुमति नहीं दी जाएगी।” बता दें कि कुछ दिनों पहले बिलावल भुट्टो शंघाई सहयोग संगठन की बैठक में हिस्सा लेने गोवा आए थे, जहां भारतीय विदेश मंत्री एस जयशंकर ने पाकिस्तानी विदेश मंत्री से बातचीत नहीं किए जाने के सवाल पर साफ तौर पर कहा था कि हम दहशतगर्दों से बात नहीं कर सकते। बिलावल भुट्टो ने भी उसी तर्ज पर इमरान खान पर निशाना साधा है।

भुट्टो से पहले पाकिस्तान के गृह मंत्री राणा सनाउल्लाह ने कहा था कि पाकिस्तान तहरीक-ए-इंसाफ (पीटीआई) पर प्रतिबंध लगाने के अलावा और कोई विकल्प नहीं है। बता दें कि अल-कादिर ट्रस्ट मामले में इमरान खान की गिरफ्तारी के बाद उनकी पार्टी के कार्यकर्ता सड़कों पर उतर गए थे और खूब हंगामा किया था। कई जगहों पर तोड़फोड़ और आगजनी की घटनाएं हुई थीं।

गृह मंत्री ने इस्लामाबाद में एक संवाददाता सम्मेलन को संबोधित करते हुए कहा, “सशस्त्र बलों के खिलाफ रुख रखनाबड़ी बात है। ऐसे में इस पार्टी [पीटीआई] पर प्रतिबंध लगाने के अलावा कोई विकल्प नहीं है।” सनाउल्लाह ने कहा कि पीटीआई प्रमुख का एकमात्र उद्देश्य देश में अराजकता और अराजकता फैलाना है।

जियो न्यूज की रिपोर्ट के अनुसार, उन्होंने देश भर में हिंसक विरोध प्रदर्शनों के दौरान देश भर में सार्वजनिक संपत्तियों को नुकसान पहुंचाने और सैन्य प्रतिष्ठानों पर धावा बोलने के लिए खान के नेतृत्व वाली पार्टी के कार्यकर्ताओं और समर्थकों को जिम्मेदार ठहराया।

Related posts

Leave a Comment