रायपुर : मुख्यमंत्री भूपेश बघेल वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के माध्यम से मुखातिब हो रहे सुकमा निवासियों से…..

रायपुर : मुख्यमंत्री भूपेश बघेल वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के माध्यम से मुखातिब हो रहे सुकमा निवासियों से

OFFICE DESK : बस्तर सांसद दीपक बैज भी मौके पर मौजूद।

सांसद दीपक बैज ने अपने संबोधन में कहा कि मुख्यमंत्री बहुत उत्सुक थे कि आज सुकमा जाना है। वे बस्तर दौरे को लेकर बहुत उत्साहित रहते हैं पर तेज बारिश की वजह से यह संभव नहीं हो पाया।

मुख्यमंत्री हमेशा यह प्रयास करते हैं कि सुकमा और बस्तर का तीव्र विकास हो।
हमने जब भी बस्तर की विकास योजनाओं के लिए बात की, मुख्यमंत्री ने इसे पूरा किया।

बस्तर में बहुत अच्छा काम हुआ है।

बस्तर को आपने देश दुनिया के नक्शे में रखा है।

उद्योग एवं आबकारी मंत्री श्री कवासी लखमा ने दिया संबोधन।

. आज मुख्यमंत्री सुकमा में 303 करोड़ रुपये के विकास कार्यों का लोकार्पण शिलान्यास कर रहे हैं।
. मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने शपथ लेते ही किसानों की कर्जमाफी की। किसानों को धान का उचित दाम दिया।
. मुख्यमंत्री ने किसानों की सुविधा को ध्यान में रखते हुए प्रति एकड़ धान खरीदी 20 क्विंटल तक कर दी।

मुख्यमंत्री भूपेश बघेल का उद्बोधन आरम्भ

सुकमा में विकास कार्यों का आज लोकार्पण और भूमिपूजन सम्पन्न हुआ।

आज आपके पास आना था। काफी तेज बारिश हो रही है। आपके बीच नहीं आ पाया, इस बात का दुख है। सुख इस बात का है कि वर्चुअल माध्यम से आपसे जुड़ पाया।

सबसे खुशी इस बात की है कि बारिश आ गई। रामाराम में रॉक गार्डन का उद्घाटन हुआ। सुकमा में 303 करोड़ रुपये की सौगात दी गई है। आज जिन कार्यों का लोकार्पण हुआ उनमें सड़क, पानी, स्वास्थ्य, शिक्षा जैसे काम हैं। बच्चों को छात्रवृत्ति की सुविधा दी गई है।

इन कार्यों के पूरा होने से सुकमा में अधोसंरचना मजबूत होगी। भेंट मुलाकात कार्यक्रम के दौरान श्री लखमा ने जो मांगें रखी उन्हें पूरा किया और ये सब विकास योजनाएं लागू की हैं।

सुकमा की कनेक्टिविटी मजबूत हुई है। लोग रात को भी पहुंच सकते हैं। जगरगुंडा में 13 साल बाद स्कूल का शुभारंभ किया गया।

सुकमा में बदलाव हुए हैं। सुरक्षा बढ़ी है। तेंदूपत्ता का पैसा संग्राहकों के हाथ पहुंच रहा है। बस्तर फाइटर की भर्ती की गई है।

दक्षिण भारत से जब आते हैं तो पहली विधानसभा कोंटा है। हमने निश्चय किया कि इसे सबसे बढ़िया विकसित करना है। फिर हम सब साथियों ने काम किया। महिलाएं भी आगे आईं। अब आकर देखें। बस्तर में बड़ा परिवर्तन आया है। मैंने बस्तर में दो दिन का कार्यक्रम बनाया था। बारिश की वजह से दिक्कत हुई।

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