सामाजिक सदभावना के प्रतीक बने संसदीय सचिव रेखचंद जैन…..

सामाजिक सदभावना के प्रतीक बने संसदीय सचिव रेखचंद जैन

जगदलपुर :- संसदीय सचिव एवं जगदलपुर के विधायक रेखचंद जैन के बारे में अगर यह कहा जाए कि वे सामाजिक सदभावना के प्रतीक और सांप्रदायिक सदभावना के संदेश वाहक बन चुके हैं,

तो अतिश्योक्ति नहीं होगी। लगभग सभी समुदायों के सामाजिक एवं धार्मिक कार्यक्रमों में उनकी शिरकत होती रहती है।

संभाग मुख्यालय जगदलपुर को मिनी इंडिया की संज्ञा दी जा सकती है, जहां कई प्रांतों के निवासी और विभिन्न धर्मों को मानने वाले के लोग बड़ी संख्या में निवास करते हैं।

ये लोग आज भी अपने रीति-रिवाजों व परंपराओं का निर्वहन करते आ रहे हैं। प्रत्येक समाज अपने ईष्ट की आराधना करते साल में एक बार शोभायात्रा जरूर निकालता है। इस शोभायात्रा का स्वागत करने जगदलपुर विधायक रेखचंद जैन अत्यधिक आतुर रहते हैं।

समाजों के प्रति उनके सदभाव, प्रेम व भाईचारे का यह प्रमाण ही है कि वे उस समाज के प्रमुख या उनके प्रतिनिधि से सतत संपर्क में रहकर शोभायात्रा का विधायक कार्यालय के समक्ष अपने परिजनों व सहयोगियों के साथ स्वागत करते हैं। अनेक मौकों पर तो वे स्वयं भी उस समाज की शोभायात्रा में शामिल होकर भ्रमण पर निकल
पड़ते हैं।

विधायक रेखचंद जैन जगदलपुर विधानसभा क्षेत्र के ऐसे समस्त सामाजिक धार्मिक आयोजनों में शामिल होते हैं, जिसके लिए उन्हें निमंत्रित किया जाता है।

उनकी शिरकत कहीं से भी रस्म अदायगी या खानापूर्ति नहीं नजर आती है, बल्कि वे भरपूर समय देते हैं। उनके इस गुण के कायल विधानसभा क्षेत्र के सर्व समाज हैं। यही कारण है कि वे विधायक बनने के महज साढ़े चार साल में ही अत्यधिक लोकप्रिय हो गए हैं।

जनता को समय देना पहली प्राथमिकता : जैन

विधायक रेखचंद जैन कहते हैं कि जनता ने उन्हें जिन उम्मीदों से चुना है, उन उम्मीदों पर खरा उतरना उनकी सर्वोच्च प्राथमिकता है। श्री जैन कहते हैं कि वे कभी भी यह नहीं देखते कि किन लोगों ने उन्हें आमंत्रित किया है या नहीं, बल्कि यह देखते हैं कि किस भावना से आमंत्रित किया गया है।

विधानसभा क्षेत्र के लोगों से प्राप्त प्यार स्नेह और अपनेपन ने उन्हें जनता का मुरीद बना लिया है। यही कारण है कि लोगों के लिए समय देना, उनकी पहली प्राथमिकता बन है। अब तक देखने में आया है कि संसदीय रेखचंद जैन विभिन्न गांवों में आयोजित आदिवासी समुदाय के देवजात्रा एवं मड़ई मेला, धार्मिक कार्यक्रमों में जरूर पहुंचे हैं।

यही नहीं वे उन गांवों में ग्रामीणों के साथ घंटों मौजूद रहकर सहभागी भी बने हैं। इसके अलावा ईसाई समुदाय के ईस्टर, क्रिसमस, गुड फ्राईडे, मुस्लिम समुदाय के ईद, बकरीद, मोहर्रम, सिख बिरादरी के गुरु नानक जयंती,

गुरु गोविंद सिंह जयंती, बैसाखी, बौद्ध समुदाय की भगवान बुद्ध जयंती आदि कार्यक्रमों में भी बराबर भागीदारी देते आ रहे हैं। इन्हीं वजहों से रेखचंद जैन सर्वमान्य नेता के रूप में प्रतिष्ठित हो चुके हैं।

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