गिरफ्तार होने वाले हैं व्लादिमीर पुतिन! इस देश ने तारीख का भी कर दिया खुलासा…

रूस और यूक्रेन के बीच 17 महीनों से जारी जंग के बीच एक बार फिर इस आशंका को बल मिला है कि रूसी राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन गिरफ्तार हो सकते हैं।

माना जा रहा है कि दक्षिण अफ्रीका के दौरे पर उन्हें गिरफ्तार किया जा सकता है। इस मामले में दक्षिण अफ्रीका के राष्ट्रपति सिरिल रामफोसा ने खुद चेतावनी भी जारी की। कहा कि अगर ऐसा हुआ तो यह मॉस्को के खिलाफ युद्ध की घोषणा होगी, यह हमारे लिए राष्ट्रीय सुरक्षा का सवाल है।

दरअसल, पुतिन को जोहान्सबर्ग में एक अंतरराष्ट्रीय बैठक के लिए आमंत्रित किया गया है।

रूसी खुफिया सूत्रों का कहना है कि जैसे ही व्लादिमीर पुतिन रूसी धरती छोड़ेंगे, उन्हें गिरफ्तार किया जा सकता है क्योंकि उन पर अंतरराष्ट्रीय आपराधिक न्यायालय (आईसीसी) का गिरफ्तारी वारंट लागू होगा।

दक्षिण अफ्रीका आईसीसी का एक हस्ताक्षरकर्ता है लेकिन उसने पहले भी इस तरह के दायित्व नहीं निभाए हैं। इस देश ने 2015 में सूडान के तत्कालीन राष्ट्रपति उमर अल-बशीर को सुरक्षित मार्ग की अनुमति दी थी जो युद्ध अपराधों के लिए वांछित थे।

पुतिन की गिरफ्तारी को अदालत पहुंचा विपक्ष 
व्लादिमीर पुतिन को अगस्त में ब्रिक्स शिखर सम्मेलन के लिए दक्षिण अफ्रीका में आमंत्रित किया गया है। ऐसे में पुतिन की गिरफ्तारी की आशंका बलवित हो गई है।

दक्षिण अफ्रीका की सबसे बड़ी विपक्षी पार्टी डेमोक्रेटिक एलायंस ने अधिकारियों पर व्लादिमीर पुतिन को गिरफ्तार करने के लिए दबाव डालने की कोशिश करने के लिए अदालत का रुख किया है।

पुतिन की गिरफ्तारी से हमे खतरा
दक्षिण अफ्रीका के राष्ट्रपति सिरिल रामफोसा ने अदालत से कहा है कि इस तरह के कदम का मतलब है कि राष्ट्रीय सुरक्षा खतरे में है।

उन्होंने एक हलफनामे में कहा, “राष्ट्रपति पुतिन को गिरफ्तार करने और आत्मसमर्पण करने के अनुरोध को निष्पादित करने में दक्षिण अफ्रीका को स्पष्ट समस्याएं हैं। रूस ने स्पष्ट कर दिया है कि पुतिन की गिरफ्तारी युद्ध की घोषणा मानी जाएगी।

रूस के खिलाफ युद्ध का जोखिम उठाना हमारे हित नहीं होगा।” सिरिल रामफोसा ने अपने हलफनामे में यह भी कहा कि वह इस मुद्दे पर प्रत्येक ब्रिक्स देश के नेताओं से परामर्श कर रहे हैं।

गौरतलब है कि पिछले महीने, दक्षिण अफ्रीकी राष्ट्रपति ने कई अफ्रीकी नेताओं के साथ कीव में यूक्रेनी राष्ट्रपति वलोडिमिर जेलेंस्की और फिर व्लादिमीर पुतिन से मुलाकात की थी, ताकि यूक्रेन पर रूस के आक्रमण को समाप्त करने के रास्ते पर चर्चा की जा सके।

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