मणिपुर के दरिदों की धरपकड़ जारी, गिरफ्त में एक और आरोपी; बड़े स्तर पर चल रहा तलाशी अभियान…

मणिपुर में दो महिलाओं को नग्न घुमाने के भयावह मामले में मणिपुर पुलिस ने एक और व्यक्ति को गिरफ्तार किया है।

वायरल वीडियो में देखे जा रहे एक दर्जन संदिग्धों की तलाश के लिए बड़े पैमाने पर छापेमारी जारी है। मुख्यमंत्री एन बीरेन सिंह ने कहा है कि वह व्यक्तिगत रूप से तलाशी अभियान की निगरानी कर रहे हैं।

मामले में संलिप्तता को लेकर मुख्य आरोपी हुइरेम हीरोदास मैतेई समेत चार अन्य को कल तक गिरफ्तार कर लिया गया।

अब इस कड़ी में एक और आरोपी गिरफ्तार किया गया है। इस बीच पेची गांव की महिलाओं ने कल एक संदिग्ध के घर में आग लगा दी थी।

राज्य के मुख्यमंत्री एन बीरेन सिंह ने शुक्रवार को कहा कि राज्य के लोग महिलाओं का सम्मान करते हैं और उन्हें ‘माता के समान’ मानते हैं, लेकिन जिन उपद्रवियों ने मई में आदिवासी महिलाओं पर हमला कर उन्हें निर्वस्त्र किया, उन्होंने राज्य की ‘छवि को धूमिल’ किया है।

सिंह ने कहा, ‘‘मणिपुर के लोग महिलाओं को माता के समान मानते हैं, लेकिन कुछ बदमाशों ने यह हरकत की तथा हमारी छवि को धूमिल किया। हमने इस घटना की निंदा करने के लिए राज्यभर में घाटी एवं पहाड़ी दोनों ही क्षेत्रों में विरोध का आह्वान किया हैं।’’

इससे पहले मणिपुर में दो महिलाओं को निर्वस्त्र कर घुमाने की घटना को लेकर शुक्रवार को विरोध प्रदर्शन तेज होने के बीच इस मामले में गिरफ्तार चारों आरोपियों को 11 दिन की पुलिस हिरासत में भेज दिया गया है।

पुलिस ने बताया कि थोउबल जिले की एक अदालत ने चारों आरोपियों को 31 जुलाई तक के लिए पुलिस हिरासत में भेज दिया है।

मणिपुर में लगभग एक हजार लोगों की हथियारबंद भीड़ ने कांगपोकपी जिले के एक गांव पर हमला किया और मकानों में लूटपाट की, उनमें आग लगाई, हत्या की तथा दो महिलाओं को निर्वस्त्र कर घुमाया।

इन महिलाओं को निर्वस्त्र कर घुमाने का वीडियो सामने आने के बाद पूरा देश आक्रोशित है और घटना के विरोध में जगह जगह प्रदर्शन किए जा रहे हैं।

इस मामले में 21 जून को एक प्राथमिकी दर्ज की गई थी। इसमें आदिवासी महिलाओं के अपहरण और उनसे शर्मनाक बर्ताव से पहले हुए जुल्म की दास्तां का उल्लेख है।

महिलाओं ने जलाया आरोपी का घर

दो आदिवासी महिलाओं को निर्वस्त्र कर घुमाने और छेड़छाड़ का यह वीडियो बुधवार को सामने आया था। इसकी देशभर में निंदा की गई।

इस मामले में चार आरोपियों को बृहस्पतिवार को गिरफ्तार किया गया था। पुलिस ने बताया कि आक्रोशित भीड़ ने शुक्रवार दोपहर एक अन्य संदिग्ध के थोउबल जिले में वांगजिंग स्थित घर को जला दिया जिसे अभी तक गिरफ्तार नहीं किया जा सका है।

इस संबंध में एक अधिकारी ने कहा, ‘‘संदिग्ध को अभी गिरफ्तार नहीं किया जा सका है। यह पता चलने पर कि पुलिस उसकी तलाश कर रही है, वह फरार हो गया।’’

इस मामले के मुख्य आरोपी को पुलिस द्वारा गिरफ्तार किए जाने के कुछ घंटों बाद बृहस्पतिवार को उसका मकान आग के हवाले कर दिया गया था।

पुलिस ने बताया कि वीडियो में वह बी फाइनोम गांव में भीड़ को निर्देश देते हुए स्पष्ट रूप से दिखाई देता है।

पूर्व सैन्यकर्मी ने कहा, अपनी पत्नी को अपमानित होने से नहीं बचा सका

मणिपुर में भीड़ द्वारा निर्वस्त्र कर घुमाई गई दो महिलाओं में से एक के पति एवं करगिल युद्ध में हिस्सा ले चुके पूर्व सैन्यकर्मी ने अफसोस जताते हुए कहा कि उन्होंने देश की रक्षा की, लेकिन वह अपनी पत्नी को अपमानित होने से नहीं बचा सके। महिलाओं के साथ चार मई को हुई इस घटना का वीडियो बुधवार को सामने आया जिसके बाद इसकी देशभर में निंदा की गई।

एक पीड़िता के पति भारतीय सेना की असम रेजिमेंट में सूबेदार के तौर पर सेवा प्रदान कर चुके हैं। पीड़िता के पति ने एक हिंदी समाचार चैनल से कहा, ‘‘मैंने करगिल युद्ध में देश के लिए लड़ाई लड़ी और भारतीय शांति सेना के हिस्से के रूप में श्रीलंका में भी तैनात रहा था। मैंने देश की रक्षा की, लेकिन मैं निराश हूं कि अपनी सेवानिवृत्ति के बाद, मैं अपने घर, अपनी पत्नी और साथी ग्रामीणों की रक्षा नहीं कर सका… मैं दुखी और उदास हूं।’

हिमंता ने वीडियो की टाइमिंग पर उठाए सवाल

असम के मुख्यमंत्री हिमंत बिस्वा सरमा ने शुक्रवार को संसद के मानसून सत्र शुरू होने से ठीक एक दिन पहले वायरल वीडियो के जारी होने के समय पर सवाल उठाया और दावा किया कि वीडियो लीक के पीछे राजनीति थी।

उन्होंने दावा किया कि पश्चिम बंगाल, राजस्थान और छत्तीसगढ़ जैसे कुछ विपक्षी शासित राज्यों में बलात्कार की घटनाएं भाजपा शासित मणिपुर या अन्य पूर्वोत्तर प्रांतों की तुलना में बहुत अधिक हैं। उन्होंने कहा, “मामला (घटना के संबंध में) बहुत पहले दर्ज किया गया था, वीडियो भी उपलब्ध था। यह संसद सत्र शुरू होने से एक दिन पहले लीक हो गया था। इसलिए, कुछ प्रकार की राजनीतिक चीजें शामिल हैं।”

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने दो दिन पहले मणिपुर हिंसा पर अपनी चुप्पी तोड़ते हुए कहा कि इस भयावह वीडियो को लेकर उनका दिल पीड़ा और गुस्से से भर गया है।

पीएम ने कांग्रेस शासित राजस्थान और छत्तीसगढ़ की घटनाओं का भी जिक्र किया और कहा, “मैं सभी मुख्यमंत्रियों से अपने राज्य में कानून-व्यवस्था मजबूत करने की अपील करता हूं।”

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