रायपुर : मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने जगदलपुर जिला चिकित्सालय में नेत्र रोग विंग ‘अम्बक’ का किया शुभारंभ…

मोतियाबिंद के ऑपरेशन वाले मरीजों से मिलकर उनके स्वास्थ्य का हाल-चाल जाना

मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने आज शाम जगदलपुर जिला चिकित्सालय (महारानी अस्पताल) में नेत्र रोग विंग ‘अम्बक’ का शुभारंभ किया।

जिला चिकित्सालय के नेत्र रोग विभाग के भवन को 35 लाख रुपए की लागत से रिनोवेट कर वहां ऑपरेशन थिएटर में नई मशीनें स्थापित की गई हैं तथा यहां मरीजों के लिए सुविधाएं बढ़ाई गई हैं। ‘

अम्बक’ में दो विशेषज्ञ डॉक्टरों सहित आंख के विभिन्न तरह के ऑपरेशन की सुविधा है। यहां की आईपीडी में 20 बिस्तर उपलब्ध हैं।

उप मुख्यमंत्री तथा स्वास्थ्य मंत्री टी.एस. सिंहदेव और वाणिज्य एवं उद्योग मंत्री कवासी लखमा भी शुभारंभ कार्यक्रम में शामिल हुए।

मोतियाबिंद के ऑपरेशन

जगदलपुर जिला चिकित्सालय में नेत्र रोग विंग के शुभारंभ के बाद मुख्यमंत्री भूपेश बघेल यहां की आईपीडी में उपचाररत मरीजों से मिले और उनसे बातचीत कर उनके स्वास्थ्य व आंख की रोशनी के बारे में जानकारी ली।

मरीजों से मिलकर उनके स्वास्थ्य का हाल-चाल जाना

उन्होंने मरीजों को फल भी भेंट किए। मुख्यमंत्री ने यहां का सर्वसुविधायुक्त आपरेशन थिएटर भी देखा। संसदीय सचिव रेखचंद जैन, बस्तर विकास प्राधिकरण के अध्यक्ष लखेश्वर बघेल, विधायक राजमन बेंजाम और विक्रम मंडावी, क्रेडा के अध्यक्ष मिथिलेश स्वर्णकार, इंद्रावती बेसिन विकास प्राधिकरण के अध्यक्ष राजीव शर्मा और महापौर श्रीमती सफीरा साहू सहित अनेक जनप्रतिनिधि एवं अधिकारी भी इस दौरान मौजूद थे।

मोतियाबिंद के ऑपरेशन वाले मरीजों से मिलकर उनके स्वास्थ्य का हाल-चाल जाना

जगदलपुर जिला चिकित्सालय में इस साल अब तक 1052 मरीजों के मोतियाबिंद का ऑपरेशन

जगदलपुर जिला चिकित्सालय के नेत्र रोग विभाग द्वारा राष्ट्रीय अंधत्व निवारण कार्यक्रम (एनपीसीबी) के अंतर्गत मोतियाबिंद मुक्त बस्तर अभियान के तहत प्रतिदिन औसतन 140-160 ओपीडी तथा 25-30 आईपीडी की जा रही है।

मोतियाबिंद के ऑपरेशन वाले मरीजों से मिलकर

इस साल अप्रैल से जुलाई तक कुल 5745 ओपीडी मरीजों के इलाज के साथ ही 1052 मोतियाबिंद के मरीजों का निःशुल्क सफल ऑपरेशन किया गया है।

हाल-चाल जाना

राष्ट्रीय अंधत्व निवारण कार्यक्रम (एनपीसीबी) के अंतर्गत जिले के विभिन्न स्कूलों में चालू वित्तीय वर्ष में अब तक 5439 छात्र-छात्राओं के आंखों की जाँच की गई है। दृष्टि दोष वाले 52 विद्यार्थियों को निःशुल्क चश्मा भी प्रदान किया गया है।

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