रूस के साथ जारी युद्ध के बीच यूक्रेन के राष्ट्रपति वलोदिमिर जेलेंस्की ने बड़ा फैसला लिया है।
उन्होंने रिश्वतखोरी के आरोप में सभी सेना भर्ती प्रमुखों को बर्खास्त कर दिया है। शुक्रवार को जेलेंस्की ने खुद यह आदेश जारी किया।
जेलेंस्की ने शुक्रवार को घोषणा करते हुए कहा कि भ्रष्टाचार की चिंताओं के बीच यूक्रेन के सभी क्षेत्रीय सैन्य भर्ती केंद्रों के प्रमुखों को उनकी नौकरियों से बर्खास्त किया जा रहा है।
टेलीग्राम मैसेजिंग ऐप पर एक बयान में उन्होंने कहा, “यह सिस्टम उन लोगों द्वारा चलाया जाना चाहिए जो जानते हों कि युद्ध क्या है। उन्हें पता होना चाहिए कि युद्ध के दौरान घपला करना और रिश्वतखोरी देशद्रोह क्यों है।”
जेलेंस्की ने कहा कि शीर्ष जनरल वालेरी जालुजनी इस फैसले को लागू करने के लिए जिम्मेदार होंगे।
उन्होंने ये भी कहा कि नई भर्तियों से पहले उम्मीदवारों की यूक्रेन की घरेलू सुरक्षा सेवा (एसबीयू) द्वारा जांच की जाएगी।
जेलेंस्की ने कहा कि भ्रष्टाचारी में लिप्त लोगों की जगह पर उन बहादुर योद्धाओं को नियुक्त किया जाएगा, जिन्होंने अग्रिम मोर्चे पर भले ही अपना स्वास्थ्य खो दिया है लेकिन अपनी गरिमा बनाए रखी है।
जेलेंस्की ने कहा कि वह देश के सभी सैन्य भर्ती केंद्रों के प्रमुखों को बर्खास्त कर रहे हैं। भ्रष्टाचार को लेकर 112 जांचें शुरू कर दी गई हैं।
रूस के साथ जारी युद्ध को 18 महीने होने को हैं, ऐसे में यूक्रेन को समय-समय पर भर्ती चुनौतियों का सामना करना पड़ रहा है।
यूक्रेनी सेना कभी-कभी भ्रष्टाचार या भारी-भरकम भर्ती रणनीति का खुलासा करने वाले घोटालों से प्रभावित हुई है। जेलेंस्की का कहना है कि जब उन्हें पता चला तो उन्होंने 33 भर्ती प्रमुखों को बर्खास्त कर दिया।
उनकी जगह युद्ध के अनुभव वाले सैनिकों को नियुक्त किया जाएगा। यूक्रेन ने भ्रष्टाचार पर नकेल कसने को अपनी प्रमुख प्राथमिकता बना लिया है।