चंद्रयान-3 पर कुल खर्च कितना आया? Apollo-11 और Luna-25 से कम या ज्यादा; जानिए…

आज भारतीय अंतरिक्ष यान चंद्रयान-3 ने कमाल कर दिया।

इसरो के वैज्ञानिकों की कड़ी मेहनत के दम पर भारतीय यान ने चांद की जमीन पर सफलतापूर्वक लैंडिंग कर ली है। 23 अगस्त 2023 की शाम ठीक 6.04 बजे विक्रम लैंडर ने चांद की सतह पर कदम रखा।

भारत चंद्रमा के उस दक्षिणी ध्रुव पर पहुंचा है, जहां दुनिया का कोई भी देश नहीं पहुंच सका है। वहीं, चांद पर कदम रखने वाला दुनिया का चौथा देश बन गया। इसरो ने चंद्रयान-2 की लैंडिंग में गड़बड़ी के बाद सबक लेते हुए यान-3 की सफलतापूर्वक लैंडिंग कराई है।

चंद्रयान-3 की सफलता से हर भारतवासी गौरंवांवित है और पूरा देश जश्न मना रहा है। जिस चंद्रयान-3 ने अंतरिक्ष में तिरंगा लहराया है, इस मिशन पर कुल कितना खर्च आया? चांद पर पहला कदम रखने वाला मिशन अपोलो-11 और रूसी यान लूना-25 मिशन के खर्चे से कितना फर्क है? 

चलिए जानते हैं…

23 अगस्त 2023 हर भारतीय के लिए गर्व का दिन है। जिस चांद के दीदार का सपना पूरा दुनिया देखती है, उसे इसरो ने मुमकिन कर दिखाया है।

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने चंद्रयान-3 की सफलता पर खुशी जाहिर की। पीएम मोदी ने कहा कि अब ऐसा भी दिन आएगा, जब बच्चे कहेंगे कि चंदा मामा टूर के।

आज भारतीय मिशन की सफलता ने दुनिया को दिखा दिया है, हम किसी से कम नहीं। बल्कि हम दुनिया से एक कदम आगे हैं। चंद्रयान-3 ने लैंडिंग के बाद इसरो को अपना पहला संदेश भी जारी किया।

23 अगस्त 2023 हर भारतीय के लिए गर्व का दिन है। जिस चांद के दीदार का सपना पूरा दुनिया देखती है, उसे इसरो ने मुमकिन कर दिखाया है।

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने चंद्रयान-3 की सफलता पर खुशी जाहिर की। पीएम मोदी ने कहा कि अब ऐसा भी दिन आएगा, जब बच्चे कहेंगे कि चंदा मामा टूर के। आज भारतीय मिशन की सफलता ने दुनिया को दिखा दिया है, हम किसी से कम नहीं। बल्कि हम दुनिया से एक कदम आगे हैं। चंद्रयान-3 ने लैंडिंग के बाद इसरो को अपना पहला संदेश भी जारी किया।

चंद्रयान-3 पर कुल खर्च?
इसरो के पूर्व अध्यक्ष के सिवन के अनुसार, चंद्रयान 3 की कुल लागत लगभग 615 करोड़ रुपये है। लैंडर, रोवर और प्रोपल्शन मॉड्यूल की लागत लगभग 215 करोड़ रुपये है। लॉन्च की लागत 365 करोड़ रुपये होने का अनुमान है।

जबकि, दुनिया के अन्य चंद्रमिशनों से इसकी तुलना की जाए तो रूसी यान लूना-25 की कीमत लगभग 1,600 करोड़ रुपये है। बता दें कि रूसी यान लूना-25 चांद पर लैंडिंग के दौरान क्रैश हो गया था।

अपोलो-11 मिशन की लागत
अमेरिका ने साल 1969 में चांद पर पहला कदम रखा था। यह इंसान के लिए पहली बार था, जब चांद पर पहला कदम रखा गया। इस मिशन का नाम अपोलो-11 था। अंतरिक्ष यात्री नील आर्मस्ट्रांग ने चांद पर पहला कदम रखा था। इस मिशन की लागत 355 मिलियन डॉलर थी, जो चंद्रयान-3 से कहीं अधिक है। 

दिलचस्प बात यह है कि चंद्रयान 3 का 615 करोड़ रुपये का बजट हाल ही में रिलीज हुई फिल्म आदिपुरुष से भी कम है।

आदिपुरुष का बजट लगभग 700 करोड़ रुपये था। इसके अलावा, अन्य अंतरिक्ष आधारित फिल्मों का बजट भी काफी ज्यादा था। जिसमें प्रमुख रूप से इंटरस्टेलर (1,368 करोड़ रुपये) और द मार्टियन (885 करोड़ रुपये) शामिल हैं।

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