काला सागर में गैस-तेल के सेंटर्स पर यूक्रेनी सेना का कब्जा, क्या अब कमजोर पड़ने लगा रूस?…

रूस से जारी युद्ध के बीच यूक्रेनी सेना ने सोमवार को बड़ा दावा किया।

कीव की ओर से कहा गया कि उसकी सेना ने काला सागर में गैस और तेल निकालने के प्रमुख केंद्र को रूस से वापस अपने कब्जे में ले लिया है।

साथ ही बखमुत के पास कब्जे वाले क्षेत्रों में भी उसे बढ़त मिल रही है। मालूम हो कि बखमुत पूर्वी यूक्रेन का शहर है जो युद्ध के चलते खंडहर में तब्दील हो चुका है। यूक्रेन के रक्षा मंत्रालय ने कहा कि वापस कब्जे में लिया गया बॉयको टॉवर केंद्र एक प्रमुख ऊर्जा स्रोत है। 

रूस ने इस एनर्जी सोर्स पर साल 2015 में ही कब्जा जमा लिया था और इसका इस्तेमाल हेलीकॉप्टरों के उड़ान भरने के लिए किया जा रहा था।

यूक्रेन के खुफिया निदेशालय ने कहा, ‘रूस को काला सागर के पानी को पूरी तरह से नियंत्रित करने की क्षमता से वंचित कर दिया गया है।

इससे यूक्रेन क्रीमिया को फिर से हासिल करने के एक कदम और आगे बढ़ गया है।’ इससे पहले रविवार को पूर्वी यूक्रेन में NGO के साथ काम करने वाले 4 लोगों की टीम को ले जा रही वैन रूसी गोलाबारी के चपेट में आ गई थी। इस हमले में 2 विदेशी सहायता कर्मियों की मौत हो गई।

रूसी ड्रोन हमले में 2 वालंटियर्स की मौत
12 से अधिक रूसी ड्रोन ने रविवार को कीव को निशाना बनाया जिसमें एक स्थानीय नागरिक घायल हो गया। संगठन ने अपने बयान में कहा कि रोड टू रिलीफ एनजीओ के 4 वालंटियर वैन के अंदर फंस गए थे। चासिव यार शहर के पास गोले लगने के बाद वैन पलट गई और उसमें आग लग गई।

ये स्वयंसेवक युद्ध प्रभावित इलाकों से घायलों को निकालने में मदद करते थे। संगठन ने सोशल मीडिया मंच इंस्टाग्राम पर कहा कि हमले में कनाडा के एंथनी इहनाट की मौत हो गई, जबकि जर्मन डॉक्टर रूबेन माविक और स्वीडिश जोहान मैथियास थायर गंभीर रूप से घायल हो गए।

वहीं, रूस की वायुसेना ने देश के ब्रांस्क क्षेत्र में एक यूक्रेनी ड्रोन को मार गिराया। रूसी रक्षा मंत्रालय ने रविवार को यह जानकारी दी। इससे पहले रक्षा मंत्रालय ने कहा था कि रूसी वायुसेना ने क्रीमिया के पास काला सागर के ऊपर 8 यूक्रेनी ड्रोनों को नष्ट कर दिया।

गौरतलब है कि यूक्रेन जून की शुरुआत में जवाबी कार्रवाई शुरू करने के बाद तकरीबन रोजाना रूसी क्षेत्र में ड्रोन भेज रहा है। साथ ही युद्ध के बीच दोनों ही देशों की सेनाएं अपनी-अपनी बढ़त के दावे कर रही हैं। रूस-यूक्रेन युद्ध को लेकर शांति बहाली की कोशिशें अभी तक सफल नहीं हुई हैं।

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