दोपहर 02:44 बजे से शुरू होंगे लक्ष्मी पूजन के चौघड़िया मुहूर्त, जानें लक्ष्मी पूजन विधि, नियम, सामग्री, क्या करें-क्या नहीं…

प्रवीण नांगिया (ज्योतिष सलाहकार):

 दिवाली का पर्व कार्तिक मास की अमावस्या तिथि को मनाया जाता है।

इस दिन भक्त घर को दीयों व लाइट से सजाते हैं। मान्यता है कि इस दिन मां लक्ष्मी स्वयं धरती पर पधारती हैं और भक्तों पर अपना आशीर्वाद बरसाती हैं।

दिवाली के दिन गणेश-लक्ष्मी पूजन किया जाता है। इस साल दिवाली 12 नवंबर, रविवार को है। मान्यता है कि इस दिन लक्ष्मी पूजन करने से महालक्ष्मी प्रसन्न होती हैं और भक्तों को सुख-समृद्धि का आशीर्वाद प्रदान करती हैं।

ज्योतिषाचार्यों की मानें तो दिवाली पूजन शुभ मुहूर्त में करना सर्वोत्तम रहता है। इस साल दिवाली पर लक्ष्मी पूजन का चौघड़िया मुहूर्त दोपहर 2:44 बजे से प्रारंभ होगा।

जानें इस साल दिवाली पर लक्ष्मी पूजन का शुभ मुहूर्त, चौघड़िया समय, पूजन सामग्री, विधि व क्या करें-क्या नहीं:

अमावस्या तिथि कब से कब तक: दिवाली पर महा लक्ष्मी पूजा करने का सबसे अच्छा समय अमावस्या तिथि के दौरान करना है। तिथि 12 नवंबर को दोपहर 2:45 बजे शुरू होगी और 13 नवंबर को दोपहर 2:56 बजे समाप्त होगी।

दिवाली पूजन मुहूर्त 2023: शास्त्रों के अनुसार, मां लक्ष्मी चंचला है। यानी मां लक्ष्मी एक स्थान पर कभी टिककर नहीं रहती हैं। कहते हैं कि दिवाली के दिन गणेश-लक्ष्मी पूजन करने से जीवन से दरिद्रता का नाश होता है।

लक्ष्मी पूजा मुहूर्त 12 नवंबर 2023 को 11:38 पी एम से 12:31 ए एम तक रहेगा। पूजन का निशिता काल – 11:38 पी एम से 13 नवंबर को 12:31 ए एम तक रहेगा। सिंह लग्न – 12:09 ए एम से 02:26 ए एम, नवम्बर 13 तक रहेगा।

गणेश-लक्ष्मी पूजन मुहूर्त 2023: 05:38 पी एम से 07:34 पी एम
अवधि – 01 घंटा 56 मिनट
प्रदोष काल – 05:28 पी एम से 08:07 पी एम
वृषभ काल – 05:38 पी एम से 07:34 पी एम

दीवाली लक्ष्मी पूजा के लिये शुभ चौघड़िया मुहूर्त:
अपराह्न मुहूर्त (शुभ) – 02:44 पी एम से 02:46 पी एम
सायाह्न मुहूर्त (शुभ, अमृत, चर) – 05:28 पी एम से 10:25 पी एम
रात्रि मुहूर्त (लाभ) – 01:44 ए एम से 03:23 ए एम, नवम्बर 13
उषाकाल मुहूर्त (शुभ) – 05:02 ए एम से 06:41 ए एम, नवम्बर 13

लक्ष्मी मंत्र: ॐ श्रीं ह्रीं श्रीं कमले कमलालये प्रसीद प्रसीद, ॐ श्रीं ह्रीं श्रीं महालक्ष्मये नमः॥

लक्ष्मी पूजन विधि व नियम: इस दिन  सुबह जल्दी उठकर स्नान आदि करके स्वच्छ वस्त्र धारण करें। फिर देवी-देवताओं की प्रार्थना करने के बाद दिन की शुरुआत करें।

कई भक्त महा लक्ष्मी पूजा करने से पहले पूरे दिन उपवास रखते हैं। पूजा करने के बाद शाम को व्रत खोला जाता है। महा लक्ष्मी पूजा के लिए आवश्यक सामग्री में मिठाई, फल, सूखे मेवे, मेवे, पान के पत्ते, चांदी-सोना के सिक्के आदि शामिल हैं।

दिवाली के दिन क्या करें-क्या नहीं: दिवाली के दिन स्नान आदि करने के बाद स्वच्छ वस्त्र धारण करें। इस दिन बड़ों का आशीर्वाद लें। फिर शाम को गणेश-लक्ष्मी की विधि-विधान से पूजा करें। घर के मुख्य द्वार पर दीपक जलाना चाहिए।

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