20 वर्ष बाद सेल फिर तैयार कर रहा स्टेट विजन, पर्यावरण कानून चुनौती…

20 साल बाद सेल एक बार फिर अपना विजन स्टेटमेंट तैयार करने जा रहा है।

लेकिन इस बार इसे तैयार करना किसी चुनौती से कम नहीं होगा। क्योंकि बीते 20 वर्षों में पर्यावरण संबंधी समस्याओं और उससे जुड़े कानूनों में व्यापक बदलाव हुए हैं।

भिलाई इस्पात संयंत्र के मानव संसाधन विकास विभाग एवं एडमिनिस्ट्रेटिव स्टाफ कॉलेज ऑफ इंडिया (एएससीआई) हैदराबाद के संयुक्त तत्वावधान में सेल विजन पर आयोजित कार्यशाला का उद्घाटन करते हुए कहा कि बीएसपी के डायरेक्टर इंचार्ज अनिर्बान दासगुप्ता ने कहा कि हमारे संगठन का विजन स्टेटमेंट 2002-03 में तैयार किए जाने के बाद से लगभग दो दशक बीत चुके हैं।

अब हमारे लिए अपने विजन स्टेटमेंट को फिर से तैयार करने का उपयुक्त समय है।

निसंदेह इस दौरान कठिन चुनौतियां और परिवर्तन हमारे सामने आए हैं, जैसे-पर्यावरणीय समस्याएं, उससे संबंधित क़ानून और बदलते दिशानिर्देश आदि।

हमें अपनी विजन को एक बार फिर से इस तरह परिभाषित करना चाहिए कि इन चुनौतियों के बावजूद, संगठन अपने लक्ष्य से भटकने ना पाए।

अनिर्बान दासगुप्ता ने कहा कि आज यहां इन युवा कर्मचारियों की उपस्थिति और भागीदारी महत्वपूर्ण है, जो आने वाले बीस वर्षों में इस संगठन का नेतृत्व करेंगे।

विशेष रूप से जब हमारा देश 2047 में अपनी आजादी के सौ साल पूरे करके अमृतकाल में प्रवेश करेगा। हमें अपने विजन स्टेटमेंट को इस तरह से दोबारा तैयार करना चाहिए कि इतिहास हमें इस सदी में स्टील विनिर्माण उद्योग में एक उत्कृष्ट कंपनी के रूप में याद रखे। वर्कशॉप में एसआरयू-भिलाई सहित अन्य संस्थाओं के प्रतिनिधि मौजूद थे।

कार्यशाला का उद्देश्य सेल के विजन स्टेटमेंट के लिए दुनिया भर में हो रहे बड़े बदलावों के साथ तालमेल बिठाते हुए उसकी समकालीन आकांक्षाओं को प्रतिबिंबित करना है।

सेल का वर्तमान लक्ष्य एक सम्मानित विश्व स्तरीय कॉरपोरेशन के साथ गुणवत्ता, उत्पादकता, लाभप्रद और ग्राहक संतुष्टि में भारतीय इस्पात व्यवसाय में अग्रणी बनना है। सेल की सभी इकाइयों में बीएसपी विजन वर्कशॉप का संचालन करने वाली इकाई है।

Related posts

Leave a Comment