बाबा जोरावर सिंह और बाबा फतेह सिंह की शहादत को किया नमन
उप मुख्यमंत्री अरूण साव आज बिलासपुर में वीर बाल दिवस कार्यक्रम में शामिल हुए।
उन्होंने स्वर्गीय लखीराम अग्रवाल ऑडिटोरियम में आयोजित कार्यक्रम में गुरू गोविंद सिंह जी के परिवार के बलिदान और उनके सुपुत्रों की शहादत को याद कर उन्हें नमन किया।
विधायकगण अमर अग्रवाल, धरमलाल कौशिक, धर्मजीत सिंह और पूर्व सांसद लखन लाल साहू भी कार्यक्रम में शामिल हुए। मान सिंह सहित सिख समाज के अनेक पदाधिकारी भी कार्यक्रम मे मौजूद थे।
उप मुख्यमंत्री अरूण साव ने वीर बाल दिवस कार्यक्रम को संबोधित करते हुए कहा कि मैं गुरू गोविंद सिंह जी और उनके साहिबजादों के बलिदान को नमन करता हूं।
उन्होंने बाबा जोरावर सिंह और बाबा फतेह बहादुर सिंह की शहादत को याद करते हुए कहा कि छह वर्ष और आठ वर्ष की अल्प आयु में इन्हें मुगलों द्वारा यातनाएं दी गईं।
उन्हें डराया और धमकाया गया। इसके बावजूद वे अपने धर्म पर अडिग रहे।
अपने धर्म की रक्षा के लिए इन दोनों ने शहादत को स्वीकार किया।
मुख्यमंत्री साव ने कहा कि यह हमें प्रेरणा देता है कि कैसे हम अपने देश की रक्षा और धर्म के प्रति अडिग रहें। उन्होने कहा कि सिख समाज का इतिहास ऐसी ही कुर्बानियों से गौरवान्वित बना हुआ है।
उप मुख्यमंत्री साव ने कार्यक्रम में बताया कि प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी की पहल पर पिछले वर्ष से देश में वीर बाल दिवस मनाने की शुरुआत की गई है।
इसके आयोजन से स्कूली बच्चे और युवा बाबा जोरावर सिंह और बाबा फतेह बहादुर सिंह की कुर्बानियों से परिचित हो रहे हैं और उनमें वीरता की भावना जागृत हो रही है।
कार्यक्रम में गुरू गोविंद सिंह जी के चार साहिबजादों की कुर्बानी पर शॉर्ट फिल्म भी दिखाई गई।