राजनाथ सिंह का ब्रिटेन दौरा क्यों अहम, 22 साल बाद पहुंचा कोई रक्षा मंत्री; किन करारों पर नजर…

रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह दो दिनों के दौरे पर ब्रिटेन पहुंचे हैं। इस दौरान ब्रिटेन और भारत के बीच कुछ रणनीतिक और सुरक्षा करारों पर मुहर लग सकती है।

यह यात्रा पहले जून 2022 में होने वाली थी, लेकिन यह अब हो रही है।

भारत के किसी रक्षा मंत्री का बीते 22 सालों में यह पहला ब्रिटेन दौरा है। कहा जा रहा है कि अप्रैल 2022 में पीएम नरेंद्र मोदी और तत्कालीन ब्रिटिश प्रधानमंत्री बोरिस जॉनसन की मुलाकात हुई थी।

इसी दौरान दोनों के बीच डिफेंस पार्टनरशिप पर आगे बढ़ने को लेकर बात हुई थी। इस यात्रा के दौरान रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह की यूके के डिफेंस मिनिस्टर ग्रैंट शैप्स से मुलाकात होगी। 

यही नहीं वह लंदन में स्थित महात्मा गांधी और डॉ. बीआर अंबेडकर मेमोरियल का भी दौरा करेंगे। राजनाथ सिंह के साथ डीआरडीओ के प्रतिनिधि और डिफेंस इंडस्ट्री के कुछ लीडर्स पर भी होंगे। उनकी मुलाकात पीएम ऋषि सुनक और विदेश मंत्री डेविड कैमरून से भी होगी।

इस यात्रा को भारत और ब्रिटेन के रिश्तों के लिहाज से अहम माना जा रहा है और दोनों देशों के बीच भरोसा जगाने के लिए यह अहम है। खासतौर पर तब जब पीएम ऋषि सुनक सितंबर 2023 में जी-20 समिट में हिस्सा लेने के लिए भारत आए थे।

यह विजिट इसलिए भी अहम है क्योंकि भारत ने हाल ही में खालिस्तानी तत्वों को यूके में शरण मिलने को लेकर चिंता जताई थी।  

यह यात्रा भारत और ब्रिटेन के बीच रक्षा संबंधों को आगे बढ़ाने के लिए अहम है। दरअसल अब तक ब्रिटेन भारत के साथ रणनीतिक संबंधों के मामले में टॉप 5 देशों में शामिल है।

इसके अलावा रोल्स रॉयस, जीई जैसी कई ब्रिटिश कंपनियां भी हैं, जो भारत में मेक इन इंडिया मुहिम का हिस्सा बनना चाहती हैं।

बता दें कि बोरिस जॉनसन और पीएम नरेंद्र मोदी के बीच हुई मुलाकात में दोनों देशों में ओपन जनरल एक्सपोर्ट लाइसेंस बनाने पर फैसला हुआ था। यही नहीं भारत और ब्रिटेन के बीच फ्री ट्रेड एग्रीमेंट को लेकर भी काफी तेजी से चर्चा चल रही है। 

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