युवोदय स्वयंसेवा कार्यक्रम के अंतर्गत किशोर-किशोरी सशक्तिकरण एवं बाल सुरक्षा विषय पर एक दिवसीय कार्यशाला का आयोजन।

दुर्ग, 30 नवम्बर 2024/ जिला प्रशासन एवं यूनिसेफ के संयुक्त तत्वावधान में युवोदय स्वयंसेवा कार्यक्रम के अंतर्गत किशोर-किशोरी सशक्तिकरण एवं बाल सुरक्षा पर संकुल समन्वयक एवं नोडल शिक्षकों हेतु एक दिवसीय कार्यशाला का आयोजन किया गया। इस कार्यक्रम का उद्देश्य किशोर-किशोरियों के समग्र विकास, उनकी सुरक्षा एवं समाज में उनके अधिकारों के प्रति जागरूकता फैलाना था।कार्यशाला में यूनिसेफ बाल सुरक्षा राज्य सलाहकार श्री अभिषेक कुमार ने मिशन वात्सल्य के स्पॉन्सरशिप योजना, फॉस्टर केयर योजना एवं बाल विवाह जैसे महत्वपूर्ण विषयों पर विस्तृत जानकारी प्रदान की। उन्होंने इन योजनाओं के क्रियान्वयन और बच्चों की सुरक्षा में उनकी उपयोगिता पर प्रकाश डाला। ब्लॉक शिक्षा अधिकारी दुर्ग श्री गोविंद साव ने कार्यशाला में उपस्थित शिक्षकों से अपील की कि वे किशोर-किशोरियों की सुरक्षा और उनके समग्र विकास के लिए सक्रिय भूमिका निभाएं। उन्होंने कहा कि शिक्षक न केवल बच्चों के शैक्षणिक विकास में बल्कि उनके मानसिक, सामाजिक और भावनात्मक कल्याण में भी अहम भूमिका निभाते हैं। उन्होंने आग्रह किया कि शिक्षण कार्य के साथ-साथ बाल सुरक्षा, बाल विवाह रोकथाम, और मिशन वात्सल्य जैसी योजनाओं के प्रति जागरूकता बढ़ाने में भी योगदान दें। साथ ही, बच्चों को उनके अधिकारों, अवसरों और सरकारी योजनाओं की जानकारी प्रदान कर उन्हें सशक्त बनाने में सहयोग करें। कार्यशाला के सफल आयोजन के लिए जिला प्रशासन, यूनिसेफ, और सभी प्रतिभागियों का आभार प्रकट करते हुए उन्होंने यह आशा व्यक्त की कि इस तरह के प्रयासों से समाज में सकारात्मक बदलाव आएंगे और बच्चों का भविष्य उज्ज्वल होगा। युवोदय जिला समन्वयक, श्री शशांक शर्मा ने युवोदय कार्यक्रम के विभिन्न पहलुओं पर चर्चा की। उन्होंने बताया कि जिला प्रशासन एवं यूनिसेफ की भूमिका दोनों संस्थाएं मिलकर युवाओं के सशक्तिकरण और बाल सुरक्षा के लिए प्रयासरत हैं। जिला संसाधन समूह की भूमिका यह समूह बच्चों के लिए सुरक्षित वातावरण बनाने और उन्हें आवश्यक संसाधन उपलब्ध कराने में मदद करता है। स्वयंसेवकों की भूमिका युवोदय कार्यक्रम के स्वयंसेवक जमीनी स्तर पर बच्चों और किशोरों को उनके अधिकारों और अवसरों के बारे में जागरूक करने का कार्य करते हैं। ब्लॉक समन्वयक प्रगति मोहबे के द्वारा के मानसिक स्वास्थ्य विषय के अंतर्गत आओ बात करे, हम होंगे कामयाब जैसे विषयों पर जानकारी एवं खेल गतिविधियों का आयोजन किया गया। कार्यशाला में उपस्थित संकुल समन्वयकों एवं नोडल शिक्षकों ने इन विषयों पर गहन चर्चा की और कार्यक्रम को सफल बनाने में अपनी प्रतिबद्धता व्यक्त की। कार्यशाला का समापन प्रतिभागियों द्वारा लिए गए संकल्प के साथ हुआ कि वे बच्चों की सुरक्षा, शिक्षा और सशक्तिकरण के लिए सतत प्रयासरत रहेंगे।

Related posts

Leave a Comment