पाकिस्तान की सियासत हमेशा से सवालों के घेरे में रही है।
भारत के साथ जब से पाकिस्तान को आजादी मिली पड़ोसी मुल्क में सत्ता पाने की चाह वहां के नेताओं में हमेशा रही है। वहां अवाम की बेहतरी के बदले पाकिस्तानी नेता अपनी बेहतरी के बारे में सोचते नजर आए।
यही वजह हैं कि बहुत ही कम ऐसे मौके आए जब पाकिस्तान में कोई भी सरकार स्थिर रही हो। कत्ल-ओ-गारत के साए के बीच जवान हुई पड़ोसी मुल्क की सियासत में सरकारों का बनना और कुछ वक्त बाद गिर जाना वहां की नीयती हो गई है।
पाकिस्तान की शासन व्यवस्था भीतर से इतनी खोखली हो गई है कि पड़ोसी मुल्क चौतरफा संकट से घिरा हुआ है। आर्थिक स्तर पाकिस्तान गर्त में जा रहा है, यह बात किसी से छिपी नहीं है।
राजनीतिक पहलुओं पर देखें तो पड़ोसी मुल्क में रोज नए सियासी बवाल सामने आ रहे हैं। पाकिस्तान की सरकारें कैसे चलती रही हैं अब इस बारे में लगातार पोल खुल रहे हैं।
पाकिस्तानी सरकार में रहे कई ऐसे नाम सामने आए हैं जिन्होंने बताया कि मौजूदा दौर में वहां की सियासत किस कदर चरमरा गई है।
सीमा पार ड्रग्स तस्करी को सपोर्ट करती है शरीफ सरकार
बीते दिनों भारत में सरहद के रास्ते नशा भेजने में पाकिस्तान के नापाक मंसूबों का खुलासा हुआ था। खबर थी कि खुद पाकिस्तान के वजीर-ए-आजम शहबाज शरीफ के करीबी ने माना है कि भारत में ड्रग्स भेजने के लिए पाकिस्तानी तस्कर ड्रोन का इस्तेमाल कर रहे हैं।
पाकिस्तान के प्रधानमंत्री शरीफ के सलाहकार मलिक मोहम्मद अहमद खान ने तस्करी का जिक्र किया है। उन्होंने बताया कि यह कसूर शहर में हुआ, जो भारत की पंजाब सीमा के पास है।
साथ ही खान कसूर से मेंबर ऑफ प्रोविंशियल असेंबली यानी MPA हैं। जब उनसे कसूर में सीमा पार हो रही नशे की तस्करी को लेकर सवाल पूछा गया तो इसपर उन्होंने जवाब दिया, “यह बहुत ही डरावना है।” साथ ही उन्होंने बताया, “हाल ही में यहां दो घटनाएं हुईं, जहां हर ड्रोन के साथ 10 किलो हेरोइन लगी हुई थी और सीमा पार फेंकी गई थी। एजेंसियां इसे रोकने के लिए काम कर रही हैं।”
टैक्स की चोरी करती थी इमरान सरकार
दूसरे मौके में पाकिस्तान के पूर्व प्रधानमंत्री इमरान खान की सरकार में सहयोगी रहे शब्बर जैदी ने वहां टैक्स चोरी की पोल खोली है। उन्होंने यह तक कह दिया यदि पाकिस्तान में इमरान खान की सरकार होती तो वहां की अर्थव्यवस्था पूरी तरह से तबाह हो जाती।
शब्बर जैदी ने कहा कि उन्होंने पीटीआई चेयरमैन को देश की खराब अर्थव्यवस्था के बारे में बताया, सुझाव दिए लेकिन वह सुनने के मूड में नहीं थे।
शब्बर जैदी ने आगे बताया कि उन्होंने मुल्तान के बड़े जमींदार, तंबाकू माफिया, आदिवासी इलाकों में स्टील री-रोलिंग मिलों को टैक्स के दायरे में लाने की कोशिश की तो उनकी सजा माफ कर दी गई।
जैदी ने बताया कि इमरान खान अपनी सरकार चलाने में इतने मशगूल थे कि वे किसी विरोध प्रदर्शन से डर जाते थे।
सेना ने भी दियाखा शरीफ सरकार को आईना
आर्थिक संकट से जूझ रहे पाकिस्तान को हर वक्त भीख मांग कर अपनी रोजी रोटी चलाने की आदत पड़ गई है। पाकिस्तान इस्लामिक मुल्कों – सऊदी अरब और यूएई के अलावा अपने खास दोस्त चीन के आगे भीख का कटोरा फैला चुका है। शहबाज शरीफ सरकार की यह नीति पाकिस्तानी सेना को बिल्कुल रास नहीं आ रही है।
हाल ही में दिए एक बयान में पाकिस्तानी सेना प्रमुख असीम मुनीर ने पाकिस्तान को दुनिया के देशों से लोन लेने के बजाय आत्मनिर्भर बनने की अपील की है। उन्होंने दो टूक शब्दों में कहा है कि हमे अब भीख का कटोरा फेंक देना चाहिए। दरअस