मोहला 14 दिसंबर 2024 // छत्तीसगढ़ शासन के महत्वपूर्ण कार्य धान खरीदी को विगत कई वर्षों से सहकारी समिति के द्वारा किया जा रहा है। धान खरीदी नीति 2024 25 की परिपालन में इस वर्ष में जिले के 19 सहकारी समितियो के द्वारा 27 उपार्जन केंद्रों के माध्यम से धान खरीदी का कार्य सफलतापूर्वक किया जा रहा है ।जिले में आज दिनांक तक 942765.60 कुंटल धान खरीदी हो चुका है लेकिन परिवहन की लचर व्यवस्था के चलते जिले में मात्र 52780.00 कुंटल का धान ही परिवहन हो पाया है, जिसके कारण कई समितियां में जाम की स्थिति बना हुआ है।
धान की परिवहन समय पर नहीं होने से प्रबंधकों को सुखत की चिंता भी सताने लगी है। एक माह बीत जाने के बाद परिवहन नहीं होने के कारण समिति प्रबंधकों द्वारा 16.12.2024 से जिले में धान खरीदी बंद करने का ऐलान किया गया है ।ज्ञात होगी 29 नवंबर 2024 तक धान की परिवहन की शुरुआत नहीं होने के चलते प्रबंधकों द्वारा ज्ञापन सौंप कर 4 दिसंबर 2024 से धान खरीदी बंद करने का एलान किया गया था। 4 तारीख को जिले के 27 उपार्जन केंद्र में खरीदी बंद रहा , जिला प्रशासन के द्वारा आश्वासन दिए जाने के बाद 5 दिसंबर से पुनः खरीदी प्रारंभ किया गया ,लेकिन विडंबना यह है कि जिले में खरीदी के अनुपात में परिवहन नाम मात्र होने के चलते प्रबंधकों को मजबूरी में धान खरीदी बंद करने का फैसला लेना पड़ा है।सुखत की सुखद देने की मांग:- समिति प्रभारी ने शासन से मांग की है कि एक माह तक परिवहन नहीं होने के कारण धान में सुखत आना लाजमी है इसलिए शासन उसमें सुखत प्रदान करें । सभी 27 उपार्जन केंद्रों में शासन द्वारा तय की गई बफर लिमिट से 5-6 गुणा धान खरीदी केदो में पड़ा हुआ है ।
कई उपार्जन केंद्र ऐसा भी है जहां परिवहन की श्री गणेश अभी तक नहीं हो पाया है। एकटकनहार,भोजटोला,सोमाटोला,पुतरगोदी,मोहभठठा,खरीदी,मूरारगोटा, सीता गांव , औंधी,सरखेडा,आडेझर,रेगाकठेरा,परसाटोला में परिवहन की शुरुआत नहीं हुआ है। प्रबंधकों का कहना है शासन बफर लिमिट स्वयं तय करता है उसके हिसाब से समिति द्वारा भूसा , तिरपाल ,ड्रेनेज की व्यवस्था किया जाता है, लेकिन परिवहन नहीं होंगे कारण अतिरिक्त डैनेज, भूसा ,तिरपाल की व्यवस्था करने में समिति की माली हालत खराब होती जा रही है। संघ के जिला अध्यक्ष भाईलाल देवांगन, उपाध्यक्ष रहमतुल्लाह कुरेशी एवं गिरधर साहू ,सचिव रामकिशोर बछोर,सहसचिव केमन साहू ने बताया कि समिति द्वारा किसानों की समिति है, जहां किसानो को खाद, बीज ,नगद ऋण की वितरण एवं उनके उपज की खरीदी बड़े ही लगन से समिति द्वारा किया जाता है ,लेकिन शासन द्वारा सही समय पर धान का परिवहन नहीं करने के कारण हर वर्ष धान में सुगत का सामना करना पड़ता है इससे समिति हर वर्ष नुकसान में जा रहा है, समिति कर्मचारियों को अल्प वेतन की भी लाले पड़ गए हैं।किसानों को होने वाली सुविधा के लिए जिला संघ खेद व्यक्त करता है साथ ही किसानों से अपील भी करता है कि धान की परिवहन के लिए आगे आयें, तभी समिति बच पायेगा।जिला संघ द्वारा मांग किया गया है की सभी उपार्जन केंद्रों में बफर लिमिट से ऊपर जितने भी धान रखा हुआ है, उसका परिवहन किया जाए, उसके बाद ही धान खरीदी शुरू किया जाएगा।